
नई दिल्ली। फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड आर मार्कोस जूनियर 4 अगस्त से पांच दिवसीय राजकीय यात्रा पर भारत आ रहे हैं। इस यात्रा का उद्देश्य भारत और फिलीपींस के बीच रक्षा और व्यापार संबंधों को मजबूत करना है। 2022 में पदभार ग्रहण करने के बाद यह उनकी पहली आधिकारिक भारत यात्रा है।
मार्कोस के साथ प्रथम महिला लुईस अरनेटा मार्कोस और कैबिनेट मंत्रियों, वरिष्ठ अधिकारियों व व्यापारिक नेताओं का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी होगा। उनकी इस यात्रा से रणनीतिक और रक्षा सहयोग, खासकर समुद्री क्षेत्र में और मजबूत होने की उम्मीद है।
मार्कोस की राजनयिक यात्रा से रणनीतिक और रक्षा सहयोग, खासकर समुद्री क्षेत्र में और मजबूत होने की उम्मीद है। यह ध्यान देने योग्य है कि फिलीपींस भारत की ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल प्रणाली खरीदने वाला पहला देश है। ब्रह्मोस मिसाइलों की पहली खेप 19 अप्रैल, 2024 को फिलीपींस को सौंपी गई। इस यात्रा के दौरान समुद्री सुरक्षा पर केंद्रित रक्षा सहयोग को बढ़ाने के लिए एक समझौते की उम्मीद है। अपने इस दौरे में मार्कोस 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। वे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से भी मुलाकात करेंगे।
फिलीपींस के राष्ट्रपति के 8 अगस्त को भारत से रवाना होने से पहले बेंगलुरु जाने की भी संभावना है। भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत की एक्ट ईस्ट नीति, विजन महासागर और इंडो-पैसिफिक रणनीति में फिलीपींस एक महत्वपूर्ण साझेदार है। दोनों देशों के बीच न केवल रणनीतिक हितों पर आधारित रिश्ता है, बल्कि उनके गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं। तगालोग भाषा में संस्कृत के कई शब्द हैं और लैगुना कॉपरप्लेट शिलालेख तथा अगुसान तारा मूर्ति जैसे पुरातात्विक निष्कर्ष सदियों पुराने संबंधों को दर्शाते हैं।
More Stories
पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का निधन, शोक में झारखंड
अगर आप सच्चे भारतीय हैं तो आप ऐसा नहीं कहेंगे-राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट की नसीहत
शशि थरूर बोले- उपराष्ट्रपति वही होगा जिसे ‘वो’ चाहेंगे