
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने किया एमआरआई और सिटी स्कैन यूनिट का लोकार्पण
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि नर की सेवा में ही नारायण की सेवा है। प्रदेश के नागरिकों के स्वास्थ्य की देखभाल हमारी सरकार की जिम्मेदारी है। स्वस्थ प्रदेश के जरिए ही हम मध्यप्रदेश को समृद्ध प्रदेश बनाएंगे। उन्होंने कहा कि नागरिकों को सहज, सुलभ, सस्ती, तत्परतापूर्ण और गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना ही सरकार की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जिन मशीनों का लोकार्पण हुआ है, यह हमारे लिए सिर्फ मशीनों का नहीं, बल्कि सेवा, संवेदना और अपने वचनों के प्रति समर्पण भाव का भी विस्तार है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव शुक्रवार को शासकीय गांधी चिकित्सा महाविद्यालय, भोपाल से सम्बद्ध हमीदिया अस्पताल में नव स्थापित सीटी स्कैन एवं एमआरआई मशीन के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल, मंत्री विश्वास सारंग, चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल और विधायक रामेश्वर शर्मा भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार सभी शासकीय अस्पतालों में मरीजों के लिए जांच की सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। मध्यप्रदेश में पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेजों के साथ अस्पताल भी शुरू किए जा रहे हैं। देश में अपनी तरह का यह पहला मॉडल है, जहां मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के लिए इच्छुक निवेशकों/संस्थाओं को 25 एकड़ जमीन मात्र एक रुपये में उपलब्ध कराई जा रही है। अब तक प्रदेश में 4 मेडिकल कॉलेजों को भूमि आवंटित की जा चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों को उच्च स्तरीय जांच सुविधाओं और आधुनिक उपकरणों से लैस किया जा रहा है ताकि आमजन को सस्ती, सुलभ और समुचित स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त हो सकें। उन्होंने बताया कि शासकीय गांधी चिकित्सालय महाविद्याय और हमीदिया अस्पताल अपनी वर्षों पुरानी साख और सेवाभाव के साथ अब नई तकनीकों से भी सुसज्जित हो गया है। सीटी स्कैन और एमआरआई मशीन की स्थापना से मरीजों को जटिल स्वास्थ्य जांचों के लिए अब कहीं और भटकने की आवश्यकता नहीं होगी।
मरीजों को मुफ्त जांच सुविधा
नवनिर्मित एमआरआई (1.5 टेसला) और सीटी स्कैन (128 स्लाइस) यूनिट्स के जरिए आयुष्मान भारत और अन्य सरकारी योजनाओं के तहत आने वाले मरीजों को मुफ्त जांच की सुविधा मिलेगी। इससे मरीजों को निजी पैथालॉजी पर जाने की जरूरत नहीं होगी। इन मशीनों की स्थापना से यूजी, पीजी और पैरामेडिकल छात्रों को बेहतर प्रशिक्षण और रिसर्च के अवसर मिलेंगे। इन मशीनों पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित रिसर्च भी किया जा सकेगा।
18 करोड़ रुपये की खर्चे से लगी एमआरआई
बता दें कि हमीदिया अस्पताल ने मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए नए भवन ब्लॉक-1 में 6 करोड़ रुपए की सीटी स्कैन और 18 करोड़ रुपए की एमआरआई मशीनलगाई गई है। इन जांच मशीनों को इमरजेंसी विभाग के ठीक पीछे लगाया गया है, ताकि गंभीर मरीजों की जांच तुरंत की जा सके।
एमआरआई और सीटी स्कैन मशीन में क्या खास है
-दोनों मशीनें फास्ट स्क्रीनिंग में सक्षम हैं और हृदय रोगों की उन्नत जांच के लिए हाई-क्वालिटी कार्डियक पैकेज उपलब्ध कराती हैं।
-सीटी स्कैन मशीन वॉल्यूमेट्री, फ्यूजन और पर फ्यूजन जैसी आधुनिक तकनीकों से सुसज्जित है।
-एमआरआई मशीन में डेडिकेटेड ब्रेस्ट कॉइल्स हैं, जिससे ब्रेस्ट कैंसर की गहन जांच आसान होगी।
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