
नई दिल्ली। केरल की नर्स निमिषा प्रिया की यमन में होने वाली फांसी की सजा पर विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को एक बड़ा बयान दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने मामले को संवेदनशील बताते हुए कहा, कि इस संवेदनशील मामले में भारत सरकार हर संभव मदद कर रही है।
उन्होंने कहा कि निमिषा प्रिया के मामले में हमने कानूनी मदद मुहैया कराई है और वकील भी नियुक्त किया गया है। इसी के साथ हमने सुनिश्चित किया कि निमिषा के परिजनों के लिए नियमित कांसुलर मुलाक़ातें होती रहें। इसी के साथ उन्होंने कहा कि बीते कुछ दिनों में हमने अहम कोशिशें की, कि निमिषा प्रिया के परिवार को दूसरे पक्ष के साथ आपसी समझौते के लिए और समय मिल सके। उन्होंने बताया कि यमन के स्थानीय अधिकारियों ने उनकी सज़ा के क्रियान्वयन को फिलहाल स्थगित कर दिया है। हम इस मामले पर कऱीबी नजऱ रखे हुए हैं और हम कुछ मित्र देशों से भी संपर्क में हैं।
मृतक का परिवार नहीं मान रहा
गौरतलब है कि मृतक यमनी नागरिक तलाल अब्दो महदी का परिवार निमिषा प्रिया को फांसी दिलाने की मांग पर डटा हुआ है। जबकि निमिषा को माफ करने के लिए उन्हें मनाने की अंतर्राष्ट्रीय कोशिशें लगातार की जा रही हैं। बताते चलें कि केरल के पलक्कड़ जिले के कोल्लेंगोडे की रहने वाली निमिषा को जुलाई 2017 में यमन के एक नागरिक की हत्या का दोषी करार दिया गया था। सुनवाई के बाद वर्ष 2020 में, यमन की अदालत ने निमिषा प्रिया को मौत की सजा सुनाई। इसके बाद देश की सर्वोच्च न्यायिक परिषद ने नवंबर 2023 में उनकी अपील को खारिज कर दिया था। फिलहाल प्रिया (38)यमन की राजधानी सना की एक जेल में है।
More Stories
बलूचों ने कहा- अमेरिका को एक बूंद भी तेल नहीं निकालने देंगे
शशि थरूर बोले- उपराष्ट्रपति वही होगा जिसे ‘वो’ चाहेंगे
कश्मीर के जंगलों में 3 दिन से चल रही सैन्य मुठभेड़ में 3 आतंकी ढेर