August 23, 2025

ट्रंप का यूक्रेन को झटका, अमेरिकी सेना भेजने से किया इनकार

वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खुद को शांतिदूत बताते हुए लगातार बैठकें कर रहे हैं। उन्होंने पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर सम्मेलन किया, फिर वाइट हाउस में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और दूसरे यूरोपीय नेताओं से मुलाकात की। इस अहम बैठक के बाद ट्रंप ने दो महत्वपूर्ण बातें कही। पहली ये कि वे पुतिन और जेलेंस्की की आमने-सामने बैठक की व्यवस्था कर रहे हैं। दूसरी- शांति समझौते के बाद यूक्रेन को अमेरिका और यूरोपीय देशों से सुरक्षा गारंटी मिलेगी। हालांकि, ट्रंप ने स्पष्ट किया कि वे अमेरिकी सेना को यूके्रन की धरती पर नहीं उतारेंगे, बल्कि हवाई सुरक्षा प्रदान करेंगे।

वर्ष 2022 में रूस के आक्रमण के बाद से यूक्रेन को अरबों डॉलर की अमेरिकी सहायता के कट्टर आलोचक रहे ट्रंप ने कहा कि यूरोपीय देश किसी भी समझौते को सुरक्षित करने के लिए अपनी सेना को जमीन पर उतारने को तैयार हैं। ट्रंप ने कहा कि फ्रांस, जर्मनी, यूके जैसे कुछ देश जमीन पर सेना उतारना चाहते है। हम उनकी मदद करने को तैयार हैं, खासकर हवाई मार्ग से। जब उनसे पूछा गया कि अमेरिकी सेना नहीं भेजने के आश्वासन का क्या? तो ट्रंप ने जवाब दिया कि मेरा आश्वासन है, मैं राष्ट्रपति हूं। इसके बाद वाइट हाउस ने भी ट्रंप के बयानों का समर्थन किया।

प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने मीडिया से कहा कि ट्रंप ने स्पष्ट रूप से कहा है कि अमेरिकी सेना यूक्रेन में जमीन पर नहीं उतरेगी, और अमेरिकी वायु शक्ति का उपयोग एक विकल्प और संभावना है। उन्होंने यह भी बताया कि पुतिन ने ट्रंप से ज़ेलेंस्की से मिलने का वादा किया है और शीर्ष अमेरिकी अधिकारी एक शिखर सम्मेलन के लिए रूस के साथ समन्वय कर रहे हैं। मंगलवार को वाशिंगटन में अमेरिका और यूरोप के शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने यूक्रेन शांति समझौते की प्रक्रिया पर चर्चा की। एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने बताया कि पश्चिमी नेता समझौते पर जोर दे रहे हैं। शीर्ष अमेरिकी अधिकारी जनरल डैन केन ने यूक्रेन शांति समझौते के सर्वोत्तम विकल्पों पर यूरोपीय सैन्य प्रमुखों के साथ मंगलवार शाम बातचीत की। यह चर्चा नाटो के 32 सदस्य देशों के सैन्य प्रमुखों की वर्चुअल बैठक से पहले हुई।