
एडिनबर्ग। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा पट्टी में मानवीय संकट और भुखमरी से संबंधित मौतों की खबरों पर अफसोस जताया है और कहा कि अमेरिका ने गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन को कथित तौर पर 6 करोड़ डॉलर का दान दिया, लेकिन किसी अन्य देश ने कुछ नहीं दिया। गाजा में बच्चे भूख से मर रहे हैं। इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक स्कॉटलैंड की चार दिवसीय यात्रा पर ट्रंप से इस बारे में पूछा तो उन्होंने इन तस्वीरों को भयानक बताया, लेकिन ट्रंप ने तुरंत अपनी बात बदलते हुए कहा कि वह लोग खाना हड़प रहे हैं। भले ही ट्रंप ने यह नहीं बताया कि उनका इशारा किस ओर था, लेकिन माना जा रहा है कि इशारा संभवत: हमास की ओर था, जिस पर इजराइल अक्सर अपने फायदे के लिए सहायता सामग्री चुराने का आरोप लगाता रहा है। ट्रंप ने कहा कि ऐसा करने पर आपको थोड़ा बुरा लगता है, और आप जानते हैं, दूसरे देश भी कुछ नहीं दे रहे। हमारे अलावा किसी ने कुछ नहीं दिया। हम बहुत सारा पैसा, खाना, चीजें दे रहे हैं। सच कहूं तो मुझे लगता है कि अगर हम वहां नहीं होते, तो लोग भूख से मर जाते।
भुखमरी से संबंधित मौतों की खबरों पर व्यापक आलोचना के बीच इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने दावा किया कि अगर वह न होते तो हालात और बदतर होते। गाजा में सहायता प्रणाली में कई बदलावों को मंजूरी देने के साथ ही उन्होंने कहा कि अगर वह न होते, तो गाजा के लोग बहुत पहले ही भूख से मर गए होते। नेतन्याहू ने कहा कि गाजा में कोई भुखमरी नहीं है। उन्होंने दावा किया कि इजराइल ने अंतरराष्ट्रीय कानून की ओर से निर्धारित मात्रा में सहायता को गाजा पट्टी में प्रवेश करने की अनुमति दी, जो करीब 1.9 मिलियन टन राहत सामग्री के बराबर है। इजराइली प्रधानमंत्री ने कहा कि इजराइल ने युद्ध की पूरी अवधि के दौरान मानवीय सहायता को सक्षम किया, वर्ना गाजा में कोई नहीं होता।
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