तेज़ जीवन शैलीमें योग द्वारा शांतिकीखोज-जिज्ञासा मेंघानी

हमारे मन में हमेशा कुछ न कुछ चलता ही रहताहै।एक काम से दूसरे काम की ओरभागतेहुए, हमदिनभरबिनारुकेआगेबढ़तेजातेहैं।जबकिसीदिनहमारीतयसमय-सीमाएँ (डेडलाइन) पूरीनहींहोतीं, तोहमखुदकोदोषदेनेलगतेहैंयाअपराधबोधमहसूसकरतेहैं।लगातारअसाइनमेंट्सऔरजिम्मेदारियोंकेचक्रमेंफँसेरहतेहुए, हमारीपीढ़ीबेचैनहोचुकीहै।

हमऐसेमाहौलमेंजीरहेहैंजोहमेंनकारात्मकआत्म-चिंतन (Negative self-talk) मेंधकेलताहै।सोशलमीडियापरदिखाईजानेवाली “हैपनिंगलाइफ” कीझूठीचमकहमारेसोचनेकेतरीकेकोप्रभावितकरतीहैऔरअवास्तविकअपेक्षाएँबनादेतीहै।

यहलगातारबनारहनेवालामानसिकतनावऔरदबाव, चाहेकोईतात्कालिककामहोयानहो, हरकिसीकेमनमेंएकअनकहीहलचलबनाएरखताहै।यहआदतेंधीरे-धीरेशारीरिकऔरमानसिकरूपसेगंभीरसमस्याओंमेंबदलसकतीहैं, औरयहएकबहुतबड़ीचिंताकाविषयहै।

हालांकि, इसचक्रसेबाहरनिकलनेकारास्ताहै।कुछस्वस्थजीवनशैलीकीआदतेंऔरयौगिकअभ्यासआजकीतेज़-रफ्तारजिंदगीमेंमानसिकसंतुलनऔरशांतिबनाएरखनेमेंमददगारहोसकतेहैं।

  1. सकारात्मकआत्मचिंतन (Positive self-talk):

हरनकारात्मकसोचकोएकसकारात्मकविचारमेंबदलनेकाप्रयासकरें।यहआत्म-विश्वासबढ़ाताहैऔरधीरे-धीरेनकारात्मकसोचनेकीआदतकोकमकरताहै।अपनेशरीरऔरमनकोविश्रामदेंऔरअपराधबोधकोखुदसेदूररखें।जैसाकिप्रसिद्धलेखिकालुईसएल. हेनेकहाहै,”आपनेवर्षोंसेखुदकीआलोचनाकीहै, औरयहकामनहींआया।अबखुदकोस्वीकारकरनाआज़माएँऔरदेखेंक्याहोताहै।”

  1. योगासन (Asanas):

योगमनकोमज़बूतकरनेकाअद्भुतसाधनहै।विशेषरूपसेकुछआसनजैसेबालासन, पद्मासन, विपरीतकरनीपश्चिमोत्तानासन, सेतुबंधासनआदि, मनकोशांतऔरस्थिरकरनेमेंमददकरतेहैं।

  1. प्राणायाम (Pranayama):

श्वासनियमन विधियाँजैसेनाड़ीशोधन (अनुलोम-विलोम), भ्रामरी, चंद्रभेदनप्राणायाम, अत्यधिकसोचकेधुंधकोसाफकरनेमेंसहायकहोसकतीहैं।

  1. ध्यान (Meditation):

ध्यानएकशक्तिशालीअभ्यासहै।ध्यानकेकईरूपहोतेहैं, लेकिनमाइंडफुलमेडिटेशनविशेषरूपसेमहत्वपूर्णहै।वर्तमानक्षणपरपूर्णध्यानकेंद्रितकरना, बिनाभूतयाभविष्यकीओरमनभटकाए, इसकामूलहै।

हमअक्सरबिनासोचेबसकामकरतेजातेहैं, यहमहसूसकिएबिनाकिहमउसक्षणकोजीहीनहींपारहे।

प्रसिद्धलेखकथिकन्यातहान (ThichNhatHanh)नेअपनीपुस्तक“The Miracle of Mindfulness”मेंलिखाहैकि “अगरहमबर्तनधोतेसमयकेवलउसचायकेप्यालेकेबारेमेंसोचतेहैंजोबादमेंमिलेगा, औरबर्तनोंकोएकझंझटकीतरहखत्मकरनेकीजल्दीमेंरहतेहैं, तोहमवास्तवमें ‘बर्तनधोनेकेलिएबर्तननहींधोरहे’ होतेहैं।”

नियमितअभ्यासऔरसहीदिशामेंप्रयासहमेंएकमजबूत, शांतऔरसंतुलितमनकीओरलेजासकतेहैं — जोहरएकसाँसमेंजीवनकीसुंदरताकोमहसूसकरसके। इसके लिए योग का नियमित अभ्यास अत्यंत कारगर उपाय है जो सरल भी है और सुलभ भी । नियमित योगाभ्यास जीवन में सकारात्मकता लाकर हमें प्रत्येक क्षण को बेहतर तरीके से जीना सिखाता है । अत: योग को अवश्य अपनी नियमित दिनचर्या का भाग बनाना चाहिए ।