
होम्योपैथी और योगा थैरेपी की संयुक्त चिकित्सा से रोगियों में आश्चर्यजनक लाभ
शासकीय होम्योपैथी औषधालय कवीटपुरा भोपाल की ओपीडी में आने वाले रोगियों को उनके रोगानुसार निशुल्क होम्योपैथी औषधियां तो प्रतिदिन प्रदान की ही जाती है परन्तु प्रतिदिन रोगीयो को उनके रोगानुसार योग चिकित्सा की सुविधा भी निशुल्क औषधालय परिसर में ही उपलब्ध कराई जा रही है। औषधालय प्रत्येक मरीज को योगा थैरेपी और होम्योपैथी औषधियां प्रदान करने वाला राजधानी भोपाल में चिकित्सा के क्षेत्र में एक नवाचार प्रदान करने वाला होम्योपैथी औषधालय है। जहां पर एक ही छत के नीचे रोगीयो को होम्योपैथी और योगा थैरेपी दोनों का संयुक्त लाभ एक ही समय में प्रदान किया जाता है।
जो लोकहित में अदभुत अद्वितीय है। जिससे औषधालय में आने वाले रोगियों को शीघ्र लाभ प्राप्त हो रहा है।यह सव सम्भव हुआ है औषधालय में प्रभारी डॉ अशोक पचोरी के लोक कल्याण कारी प्रयास से डां पचोरी एक वरिष्ठ होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारी के साथ साथ विगत 25 वर्ष का योग थैरेपी का अनुभव के साथ योग थैरेपी में पी जी डिप्लोमा, तथा योग चिकित्सा में स्नातकोत्तर उपाधि के साथ साथ नेशनल इलीजीविलटी परीक्षा योग में यूजीसी नेट योग्यता धारित करने के साथ ही टाईप 2 डायबिटीज के प्रबंधन में होम्योपैथी और योग विषय में पीएचडी उपाधि से भी विभूषित हैं। तथा अपनी शासकीय सेवाओं के अतिरिक्त योग थैरेपी में भी वर्ष 2000 से निरन्तर निशुल्क सेवाएं विभाग को विभिन्न स्तरों पर
प्रदान कर रहे हैं। डॉ पचौरी के द्वारा कोविड महामारी के दोरान अपनी मंत्रालय वल्लभभवन भोपाल में वही आई पी ड्यूटी में वर्ष 2020से2022 तक होम्योपैथी के साथ योग चिकित्सा की सेवाएं देकर उत्कृष्ट कार्य किया गया था तथा मंत्रालय में कोविड 19 को नियंत्रित किया था, उनके इस विशिष्ट कार्य के लिए म.प्र .शासन के15 विभागो के प्रमुख सचिव द्वारा उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया था। इतना ही नहीं मप्र शासन सामान्य प्रशासन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव द्वारा उन्हें कोविड 19 में योग चिकित्सा के उत्कृष्ट कार्य करने के लिए मप्र शासन की ओर से सम्मानित भी किया गया है।
डॉ पचौरी का योग चिकित्सा के क्षैत्र में योगदान वास्तव में अदभुत अद्वितीय है आप अटल बिहारी वाजपेई हिंदी विश्वविद्यालय भोपाल एवं म.प्र . पैरामेडिकल काउंसिल भोपाल में योग विशेषज्ञ के रूप में अध्धयन मंडल में सदस्य , पेपर्स सेटर, मूल्यांकन कर्ता तथा अनेक संस्थाओं के निरीक्षण समिति में शामिल रह कर काम करते रहे हैं।
डॉ पचौरी ने बताया कि उनके द्वारा ओपीडी में आने वाले रोगियों को निशुल्क होम्योपैथी चिकित्सा के साथ साथ योग थैरेपी/ चिकित्सा का लाभ प्रतिदिन रोगीयो को उपलब्ध कराया जा रहा है,उनका उद्देश्य पीड़ित मानवता की सच्ची सेवा करना हैं। तथा ओपीडी में आने वाले रोगियों को कम से कम समय में शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करना है। दोनों पैथी(होम्योपैथी और योगा थैरेपी) का मरीज के ऊपर एक साथ उपयोग करने से शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की सम्भावना बढ़ जाती है।
होम्योपैथी चिकित्सा का सिद्धांत जीवनी शक्ति पर आधारित है। इसी प्रकार योग चिकित्सा का सिद्धांत प्राणशक्ति पर आधारित है। इस तरह दोनों ही चिकित्सा पद्धति मेएक रूपता होने से एक साथ रोगियों पर उपयोग करने पर
आरोग्य शक्ति बढ़ जाती है तथा रोगी को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होता है।जेसै—असथमा के मरीज को होम्योपैथी औषधि के साथ साथ योग थैरेपी में कपालभाति, वस्त्र धौति किर्या तथा भास्तिरका प्राणायाम के उपयोग से शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होता है।
इसी प्रकार उच्च रक्तचाप के मरीज को यदि होम्योपैथी औषधि के साथ सीत्कारी और शीतली प्राणायाम करने पर जल्दी ही आरोग्य की स्थिति प्राप्त होती है।
मधुमेह के रोगियों को औषधि के साथ साथ कपालभाति प्राणायाम मत्स्येंद्रासन और वक्रासन करने पर लाभ अधिक मिलता है।
सर्दी खांसी के मरीज को होम्योपैथी चिकित्सा के साथ साथ जलनैती और अनुलोम-विलोम प्राणायाम के उपयोग से शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होता है।
इस तरह डॉ पचौरी द्वारा होम्योपैथी चिकित्सा के क्षैत्र में जो नवाचार किया जा रहा है वह चिकित्सा के क्षेत्र में एक विलक्षण पहल है, इतना ही नहीं औषधालय में कार्यरत कम्पाउन्डर श्री एन डी वर्मा एवं महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता कुं भारती गुप्ता को भी डॉ पचौरी द्वारा योग थैरेपी में सहयोग हेतु प्रशिक्षित भी किया गया है तथा स्टाफ इस कार्य में सहयोग भी प्रदान कर मरीजों की सेवा कर रहे हैं।
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